जगजीत
11:21 AM • Jun 22
@जगजत1122
मुझे फिल्मों के बारे में ख्याल आता है तो हीरो से भी पहले मुझे हीरो पे हमेशा अपने दमदार एक्टिंग के बाल पे भारी पड़ते हुए मुझे। अमरीश पुरी जी याद आते है, मैंने पहली फ़िल्म मुकदर का सिकंदर देखा था और मै तभी से अमरीश पुरी का फैन हो गया उसमे एक बड़ा ही फेमस डायलॉग है ,नए जूतों की तरह शुरू में नए अफसर भी काटते हैं। जो अमरीश पुरी के अंदाज में बिल्कुल धाशु लगता हैं ।आज उनके जन्मदिन पे उनके जगह बस उनकी यादें हैं।